परिचय

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना: पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुरू की गई ‘स्वामित्व योजना’ देश के सबसे मुख्य योजनाओं में से एक है। आजसे ठीक 4 साल पहले अप्रैल 2020 में देश के प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना की नींव रखी गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ड्रोन की सहायता से जमीन के नक्शे बनाना और उन नक्शों की मदद से ग्रामीण लोगो को उनके जमीन के मालिकाना हक के बारेमें बताना। गाँव मे लोगो को अपनी जमीन कहा से कहा तक है और किसके नामपर कौनसी जमीन है इसका पता नही होता, इसलिये अब डिजिटल माध्यम से ड्रोन द्वारा नक्शे बनाकर उनपर जमीन के मालिक का डिजिटल रिकॉर्ड बनाया जाएगा, जिससे भविष्य में कभी भी जमीन के स्वामित्व की कोई समस्या नागरिकों को ना आये।


प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के लाभ और अन्य जरूरी बातों के बारेमे आगे हम इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे। 


pradhanmantri swamitva yojana kya hai
प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना

स्वामित्व योजना क्या है?

स्वामित्व योजना के माध्यम से ड्रोन कैमरा की मदद से भूमि मैपिंग की जाएगी और उससे ग्रामीण इलाकों के जमीनों का डिजिटल मैप बनाया जाएगा। इस मैप में भूमि के मालिक का नाम और अन्य जानकारी भी डिजिटल रूप से सुरक्षित की जाएगी। इससे ग्रामीण इलाकों में लोगो को अपनी भूमि के स्वामित्व की जो समस्या होती है उससे उन्हें छुटकारा मिलेगा। उन्हें भविष्य में अपने जमीन के मालिकाना हक को साबित करने के लिए किसी के भी गवाह की जरूरत नही लगेगी बल्कि ऑनलाईन माध्यम से जमीन का पूरा डेटा हमेशा रेकॉर्ड्स में दर्ज रहेगा। 


प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना देशभर में सभी राज्यों में लागू है, इसमें दिल्ली और अन्य केंद्रशासित राज्य भी शामिल है। 2020 में स्वामित्व योजना को 6 राज्यो में शुरू किया गया था, उसके बाद यह अन्य राज्यों में भी शुरू किया गया। स्वामित्व योजना से ग्रामीण इलाको का भूमि सर्वेक्षण ड्रोन की मदद से होता है, और डिजिटल माध्यम से जमीन की और जमीन के मालिक की पूरी जानकारी दर्ज की जाती है। यह दर्ज की हुई जानकारी ‘स्वामित्व योजना Portal’ पर कभी भी उपलब्ध हो जाती है। यानी अब जमीन की जानकारी प्राप्त करने हेतु किसी भी दफ्तरों में जाने की आवश्यकता नही, यह ऑनलाइन ही घर बैठे प्राप्त की जा सकती है। 


स्वामित्व योजना में भूमि सर्वेक्षण होने के बाद जमीन के मालिक के नाम का ‘स्वामित्व कार्ड’ दिया जाता है, जिसपर जमीन की पूरी जानकारी दी होती है। 

स्वामित्व योजना Portal क्या है?

स्वामित्व योजना Portal (SVAMITVA Portal) एक मंच है जहाँपर ग्रामीण इलाकों की जमीनों के रेकॉर्ड दर्ज किए जाते है। इस पोर्टल पर भूमि सर्वेक्षण की हुई सभी जमीनों की और मकानों की जानकारी दर्ज की होती है। इसमें संपत्ति की जानकारी, संपत्ति का डिजिटल नक्शा, संपत्ति के मालिक की जानकारी, संपत्ति से जुड़ी कानूनी बाते, और संपत्ति के आसपास की जमीनों का विवरण। यह सबकुछ स्वामित्व योजना Portal पर दर्ज होता है, जिसे प्राप्त करने के लिए ‘स्वामित्व कार्ड’ का इस्तेमाल करना पड़ता है। 

स्वामित्व योजना Portal के उद्देश्य

1) जमीन का ऑनलाइन डेटा बनाना

ग्रामीण लोगो को अपने जमीन के आकार, हक आदि की सटीक जानकारी नही होती है। फिर ऐसे में जब भी कोई सरकारी काम होता है तो उसमें उन्हें अपने जमीन का विवरण देना मुश्किल हो जाता हैं। इसलिए सबके जमीनों/सम्पति का रेकॉर्ड हमेशा उपलब्ध रहे इसलिए ऑनलाइन डेटा जमा किया जाता है। 

2) स्वामित्व कार्ड उपलब्ध कराना

संपत्ति की जानकारी को स्वामित्व पोर्टल पर दर्ज करने के बाद उसे इस्तेमाल करने हेतु एक कार्ड का निर्माण किया गया है जिसे ‘स्वामित्व कार्ड’ कहा गया है। यह एक तरह का प्रॉपर्टी कार्ड है जो आपकी सम्पति अधिकार को प्रमाणित करता है। इसमें हर व्यक्ति का अपना एक विशिष्ट ‘पंजीकरण संख्या’ होती है, जिसे इस्तेमाल कर स्वामित्व योजना Portal में प्रवेश किया जा सकता है। 

3) सम्पति के मालिकाना हक को दर्ज करना

स्वामित्व योजना Portal पर मालिक की और संपत्ति की पूरी जानकारी दी जाती हैं। साथ ही सभी जानकारी को सरकार द्वारा प्रमाणित किया जाता है। इस वजह से जमीन से जुड़े कोई भी विवाद होते है तो उन्हें मालिक द्वारा प्रमाणित किया जा सकता है। यदि किसी ने कभी आपकी जमीन हड़पाने या उसपर कब्जा करने की कोशिश की तो स्वामित्व योजना Portal की मदद से ऐसे विवादों को सुलझा सकते है। 

4) सरकारी सुविधाएं और लोन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना

जमीन की सभी जानकारी स्वामित्व योजना Portal पर दर्ज होने से, जितनी भी सरकारी योजनाए आती है उनकी जानकारी आपको यहासे मिल जाती है। यदि जमीन के एवज में सरकारी एवम निजी बैंकों द्वारा कोई लोन लेना है तो इसमें भी स्वामित्व योजना Portal आपकी सहायता करता है। 


इसप्रकार के अच्छे उद्देश्यों के साथ से स्वामित्व योजना Portal ग्रामीण लोगो की सहायता करता है।