परिचय

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना 2024: देशभर में किसानों के हित मे कई कृषि योजनाओं की शुरुआत की गई है। ऐसे ही महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक नई योजना की शुरुआत की गई है, जिसका नाम भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना है। इस योजना के माध्यम से किसानों को फलबाग (ऑर्चर्ड) लगाने में सहायता की जाएगी। यह सहायता मार्गदर्शन के रूप में, तकनीक शिक्षा और आर्थिक सहायता के रूप में होगी। इससे महाराष्ट्र के किसानों में अलग तरह की खेती करने का अनुभव तो प्राप्त होगा ही और देश के कृषि क्षेत्र का विकास भी होगा। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना क्या है?

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक कृषि योजना है। जिसका उद्देश्य किसानों को फलों की खेती करने में प्रोत्साहित करना है। धान, जवार, बाजरा, सोयाबीन, कपास जैसी कई तरह की खेती भारी मात्रा में कई जाती है, पर फलों के मामले में अभी भी किसान पीछे है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना को शुरू किया है, ताकि फलों की खेती में लगनेवाली जानकारी, उसके लिए लगनेवाले वाले पौधे, पौधे लगाने से लेकर उसके संरक्षण में लगनेवाला खर्चा। यह सबकुछ सरकार द्वारा दिया जाएगा।


Bhausaheb fundkar falbag yojana 2024 में हर किसान आवेदन कर सकता है और इसका लाभ उठा सकता है। अलग अलग तरह के फलों का उत्पादन लेकर किसान अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकता है। 2024 में इस योजना की शुरुआत हो चुकी है और 1 नवंबर से 30 नवम्बर तक इसके आवेदन स्वीकार किये जायेंगे। एक ही बार मे सभी को इस योजना का लाभ देना संभव नही है इसलिए सबसे पहले आनेवाले आवेदनों के बारेमें सोचा जाएगा और चुनने की प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से होगी। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना का लाभ उठाने के लिए कैसे फॉर्म भरना है, क्या दस्तावेज लगेंगे और कौनसी सुविधाएं सरकार इसमें दे रही है यह सबकुछ विस्तार से आगे जानेंगे। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना का उद्देश्य

परम्परागत रूप से चलती आ रही खेती करने के तरीके से किसानों की आय में बढ़ोतरी नही हो पा रही है, इसलिए विभिन्न तरह के फलों का उत्पादन करना एक अच्छा विकल्प है इसी सोच से भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना चलाई जा रही है। योजना के पीछे का मुख्य उद्देश्य किसानों के आय में बढ़ोतरी करना और कृषि क्षेत्र में विकास करना है। अन्य उद्देश्यों की सूची कुछ इसप्रकार है - 


  1. Bhausaheb fundkar falbag yojana से किसानों को फलों की खेती करने में प्रोत्साहित करना।

  2. फलों के उत्पादनों को बढ़ाकर सामान्य लोगो तक कम कीमत में ताजे फल उपलब्ध करके देना।

  3. किसानों की आय को बढ़ाना।

  4. किसानों को एक ऐसा स्त्रोत उपलब्ध कराना जिससे पूरे साल में उन्हें इनकम होती रहे। 

  5. पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना।

  6. नए और विकसित तरीके से खेती करना और किसानों को तकनीकी खेती करने में प्रोत्साहित करना।


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना से मिलने वाले लाभ

Bhausaheb fundkar falbag yojana 2023 में यानी कि पिछले साल भी इस योजना का लाभ कई किसानों ने उठाया और अभी अगले 3 सालों तक इस योजना से मिलने वाली आर्थिक और अन्य सहायता का लाभ वह उठाते रहेंगे। इस वर्ष भी योजना के लिए नए आवेदन शुरू हो चुके है जिसका लाभ महाराष्ट्र के किसान उठा सकते है। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना से मिलनेवाले लाभों की सूची कुछ इसप्रकार है - 


  1. किसानों को सरकार अनुदान पर फलबाग (ऑर्चर्ड) लगाने में मदद मिलेगी। 

  2. किसानों को 3 सालो तक योजना का लाभ मिलता रहेगा।

  3. 40 से ज्यादा तरह के फलों के उत्पादन करने का मौका मिलेगा।

  4. फलबाग के लिए लगनेवाले सभी पौधे सरकार द्वारा दिए जाएंगे। या फिर प्राइवेट नर्सरी से खरीदने पर अनुदान मिलेगा।

  5. 0.20 हेक्टर से लेकर 10 हेक्टेयर की जमीन पर फलभग लगाने का मौका मिलेगा।

  6. फलबाग में लगनेवाले सभी खाद और बाकी जरूरी चीजें भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना के माध्यम से ही दी जाएगी।

  7. फलबाग में लगाये हुए पौधों को जीवित रखने हेतु आर्थिक सहायता 3 सालो तक दी जाएगी।

  8. सभी अनुदान सीधा किसानों के बैंक खाते में डाले जाएंगे।

  9. आवेदन करते ही 30 से 45 दिनों में आवेदन की स्वीकृति मिल जाएगी। (यदि सबकुछ सही है तो)

  10. केंद्र सरकार की योजना से पहले ही लाभ लिया होगा तो भी किसान इस योजना का लाभ उठा सकते है। 

  11. फलों को बेचने के लिए सरकार द्वारा सहायता की जाएगी।

  12. पौधों को लिए खड्डे खोदने के लिए 9947₹ दिए जाएंगे।

  13. पौधे लगाने लिए 10060₹ दिए जाएंगे।

  14. अन्य खर्चों के लिए दूसरे साल 2012₹ दिए जाएंगे। 

  15. पानी के लिए जो सिंचाई यंत्र लगाया जाएगा उसके लिए 23046₹ दिए जाएंगे।

  16. और पौधों की सुरक्षा के लिए पहले वर्ष 2155₹, दूसरे वर्ष 3170₹ और तीसरे वर्ष 3170₹ दिए जाएंगे। (यह राशि हर तरह के फलों के लिए अलग है और जमीन के हिसाब से भी राशि मे बदलाव होगा।) 

  17. जैसे यदि ‘आम’ के पौधे लगाते है तो हर हेक्टर में कम से कम 100 पेड़ लगाए जाएंगे। जिसके लिए कुल मिलाकर 53000₹ से अधिक का अनुदान दिया जाएगा। 

  18. पौधों का बीमा भी दिया जाएगा। पौधों का नुकसान होने पर केंद्र सरकार की योजना के माध्यम से फसल बीमा का लाभ उठाया जा सकता है। 


यह कुछ जरूरी लाभों की सूची है जिसके माध्यम से आप बेहद कम खर्चे में अपना खुदका फलबाग बना सकते है वो भी बिना अपने पारंपरिक खेती को नुकसान पहुचाए। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना के कुछ महत्वपूर्ण नियम

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना का लाभ पूरे महाराष्ट्र में सभी किसानों को दिया जाएगा, इसलिए कुछ नियमों की संरचना की गई है, आइए उनपर नजर डालते है - 


  1. भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना का लाभ सभी किसान उठा सकते है पर जमीन पर किसान का मालिकाना हक होना चाहिए।

  2. फलों के लिए जिस प्रकार की जमीन आवश्यक है वह किसान को खुदसे करनी होगी।

  3. जो कुछ भी खर्चा लगता है वह किसानों को पहले करना होगा, उसके बाद उसकी पुष्टि कृषि अधिकारी द्वारा होगी जिसके पश्चात किसान के बैंक खाते में अनुदान भेज दिया जाएगा।

  4. फॉर्म स्वीकार होते ही 75 दिनों के भीतर फलबाग लगाना ही होगा। 

  5. आवेदन करने के लिए मंडल/तालुका/जिले के कृषि विभाग जाना होगा, ऑनलाइन माध्यम से किसी भी प्रकार की कोई प्रक्रिया नही होगी।

  6. कोंकण क्षेत्र के लोगो के लिए कम से कम 0.10 हेक्टेयर और अधिकतर 10 हेक्टेयर जमीन पर फलबाग लगाने की अनुमति होगी।

  7. महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों के लिए कम से कम 0.20 और ज़्यादा से ज्यादा 6 हेक्टेयर की अनुमति होगी।

  8. यदि पहले ही फलबाग किसी अन्य सरकारी योजना के माध्यम से लगाई है तो भी भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना के माध्यम से नई फलबाग लगाने की अनुमति मिलेगी। लेकिन नए फलबाग के लिए दूसरी जमीन होना आवश्यक है।

  9. किसान चाहे तो अलग अलग तरह के फलों का उत्पादन कर सकता है, पर उससे पहले कृषि अधिकारी से सलाह लेना आवश्यक होगा।

  10. किराए से ली हुई खेती पर फलबाग लगाने की अनुमति नही दी जाएगी।

  11. यदि किसान की जमीन के 1 से अधिक मालिक है तो सबकी अनुमति लेना अनिवार्य होगा। 

  12. रोजगार हमी योजना फळबाग लागवड योजना का लाभ जिन्होंने लिया है उन्हें वो जमीन छोड़कर अन्य जमीन पर फलबाग लगाने की अनुमति दी जाएगी।

  13. पौधे लगाने के बाद साल भर में कम से कम 80% पौधों को बचाना होगा, यदि ऐसा नही होता है तो अगले वर्ष अनुदान नही दिया जाएगा। ऐसे ही दूसरे वर्ष 90% पौधों को जीवित रखना होगा तभी तीसरे वर्ष अनुदान मिलेगा।

  14. 3 साल तक फलबाग के लिए अनुदान दिया जाएगा, उसके बाद सबकुछ किसानों को खुदसे करना होगा। 

  15. फलबाग में एक ड्रिप इर्रिगेशन यानी सिंचाई यंत्र लगाना होगा, जिसके लिए पहले केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाले अनुदान का इस्तेमाल किया जाएगा और यफी ज्यादा खर्चा लगता है तो ही भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना के माध्यम से किया जाएगा।

  16. किसान अपने पसंदीदा पौधे चुन सकते है और पौधे खरीदने के लिए नर्सरी का चयन भी अपने हिसाब से कर सकते है।

  17. फलबाग लगाने के बाद किसानों को अपने 7/12 में इसका पंजीकरण करना होगा।

  18. हर रोज अपने पौधों की जांच करनी होगी और कृषि अधिकारी आनेपर सारी जानकारी देनी होगी।

  19. आवेदनों का चयन लकी ड्रा के माध्यम से ही किया जाएगा

  20. किसान का बैंक खाता आधार लिंक होना चाहिए।


यह कुछ जरूरी नियम है जो भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना में आवेदन करनेवाले सभी किसानों को ध्यान में रखना आवश्यक है। यदि किसी भी नियम का उल्लंघन होता है तो योजना से मिलनेवाले लाभों से वंचित रहना पड़ सकता है। 


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना 2024 की पात्रता

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना 2024 में आवेदन करने से पहले, यह जरूर सुनिश्चित करे कि क्या आप योजना के पात्र है या नही? क्योंकि योजना का लाभ हर साल कुछ ही किसानों को दिया जाता है ऐसे में पात्र लोगो तक योजना का लाभ पहुचाने के लिए कुछ पात्रता मापदण्डो को रखा गया है।


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना की पात्रता कुछ इसप्रकार है - 


  1. केवल महाराष्ट्र निवासित किसानों को ही भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना का लाभ दिया जाएगा। 

  2. अनुसूचित जाति-जनजाति, महिला और जिनका मुख्य व्यवसाय ही खेती है, उन सभी को प्राथमिकता दी जाएगी। 

  3. खेती में ड्रिप इर्रिगेशन होना चाहिए। (अन्य योजना के माध्यम से लगा सकते है।)

  4. एक परिवार में एक से अधिक लोग भी पात्र मानें जाएंगे। पर आवेदन का जमीन पर मालिकाना हक होना चाहिए।

  5. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार हमी योजना (MREGS) के माध्यम से फलबाग लगाई है तो भी इसके पात्र है।


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना की आवेदन प्रक्रिया

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना आवेदन करने के लिए सबसे पहले अपनी पात्रता चेक कर ले। यदि आप पात्र है तो आवेदन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक दस्तावेजों को जमा करें। योजना के लिए ऑनलाइन वेबसाइट पोर्टल का निर्माण नही किया गया है, इसलिए ऑफलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा। 


  1. सबसे पहले अपने मंडल/तालुका/जिले के कृषि विभाग पर जाये।

  2. वहां जाकर कृषि सलाहकार से मिले और उनसे भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना की जानकारी प्राप्त करें।

  3. जानकारी मिलनेपर वहाँसे आपको फॉर्म दिया जाएगा, उस फॉर्म को आवश्यक दस्तावेजो को जोड़कर कृषि अधिकारी के पास जमा करें। 

  4. कुछ दिनों बाद आपकी जांच के लिए कृषि विभाग से किसी अधिकारी को भेजा जा सकता है। जिसके माध्यम से आपके जमीन, इरीगेशन और मिट्टी की जांच की जाएगी।

  5. सबकुछ सही होने पर आपके आवेदन को स्वीकृति दी जाएगी।

  6. स्वीकृति के बाद 7 दिनों के भीतर कृषि सहायक द्वारा आपका एक बजट बनाया जाएगा। 

  7. यह बजट सबसे पहले मंडल कृषि विभाग में भेजा जाएगा, वहाँसे मंजूरी मिलने पर तालुका कृषि व8भाग में बजट को भेजा जाएगा।

  8. इस प्रक्रिया को कम से कम 7 दिनों में पूरा किया जाएगा, जिसके बाद आवेदन को पूरी तरह से स्वीकृति दी जाएगी।

  9. स्वीकृति के बाद, कृषि सलाहकार आपको हर एक मोड़ पर सहायता करते है, जैसे कि पौधे खरीदना, उसकी देखभाल करने का सही तरीका यह सबकुछ उनके द्वारा बताया जाएगा। 

  10. पौधे लगाने से लेकर सारी प्रक्रिया जब पूरी हो जाती है तब कुछ ही दिनों में आपके आधार लिंक बैंक खाते में अनुदान जमा कर दिया जाता है।


इसप्रकार से बिना किसी परेशानी के बेहद आसानी से  Bhausaheb fundkar falbag yojana में आप आवेदन कर सकते है और इसका लाभ उठा सकते है।


Bhausaheb fundkar falbag yojana 2024 में लगनेवाले दस्तावेजों की सूची

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना में सम्पूर्ण प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम से होगी। इसमें केवल कुछ जरूरी दस्तावेजों की ही आवश्यकता होती है। जैसे कि - 


  1. किसान का आधार कार्ड

  2. आधार कार्ड लिंक किया हुआ बैंक पासबुक

  3. 7/12 प्रमाणपत्र 

  4. जमीन के एक से ज्यादा मालिक होने पर सबकी अनुमति दर्शाने वाला एक स्टैम्प पेपर

  5. पहले से किसी ऐसी योजना का लाभ उठा रहे है तो उससे जुड़े दस्तावेज

  6. 1 पासपोर्ट साइज फ़ोटो


भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना 2024 के कुछ नुकसान

पिछले कई वर्षों से भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना महाराष्ट्र में चलती आ रही है। अभी तक इसके बहुत बड़े नुकसान देखने को नही मिले है। पर ऐसे कुछ सामान्य नुकसान है जिसके बारेमे आपको पता होना चाहिए। जैसे कि - 


  1. 3 सालो तक सरकार द्वारा पौधों की देखभाल के लिए अनुदान दिया जाएगा पर उसके बाद पौधे और अन्य खर्चो की जिम्मेदारी आपकी खुदकी रहेगी।

  2. पेड़ो पर किसी प्रकार की बीमारी आनेपर उत्पादन पर इसका असर हो सकता है।

  3. कुछ फलों की प्रजातियों में उत्पादन देने में समय लग सकता है ऐसे में कम मुनाफा हो सकता है।

  4. मार्केट में यदि फलों का रेट कम हो जाता है तो नुकसान हो सकता है।


यह कुछ सामान्य बाते है जो खेती में होने की संभावना है, पर यह बड़े पैमाने पर आपका नुकसान करें ऐसा नही हो सकता। पर यदि आपको किसी भी तरह की कोई समस्या नजर आती है तो आप कृषि सलाहकार से सहायता ले सकते है, वह आपका नुकसान को होने से बचा सकते है।


निष्कर्ष

भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना की शुरुआत महाराष्ट्र के किसानों को फलों के उत्पादन लेने के हेतु से की गई है। यह योजना पूरी तरह से मुफ्त है और इसमें 100% अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा। 3 सालो तक पौधों के लिए लगनेवाले खाद से लेकर उनके देखभाल के खर्चे की जिम्मेदारी सरकार द्वारा ही ली जाएगी। किसान चाहे तो 1 से ज्यादा फलों का उत्पादन अपने खेती में ले सकता है, इसके लिए हर साल किसानों के बैंक खाते में अनुदान भेजा जाएगा। इसके साथ साथ जो भी फलों का उत्पादन होगा उसे सरकारी रेट पर मार्केट में बेचने हेतु सहायता भी की जाएगी। 


बिना किसी खर्चे के, सरकारी अनुदान पर फलबाग लगाने का ये मौका जाने से पहले आज ही अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जाए और भाऊसाहेब फुंडकर फळबाग योजना में आवेदन करें। और किसी भी समस्या के लिए कृषि सलाहकार से मदद ले।